सकारात्मक सोच की ताकत. Power of Positive thinking in Hindi |
"आप जैसा सोचेंगे आपके साथ वैसा ही होने की संभावना बढ़ जाती है,
क्योंकि आपकी सोच पर ही आपकी सफलता निर्भर होती है। "
आज मै आपको सकारात्मक सोच और नकारात्मक सोच (positive and negative
thinking) के परिणाम (result) के बारे में बताऊंगा। जैसे कि अगर आप अपने मन मै ये सोचने
लगे कि आप सफल हो सकते हो तो आप एक दिन ज़रूर सफलता प्राप्त करेंगे, परन्तु अगर आप सोचते
हो कि आप सफल (success) नहीं हो सकते तो आप कभी सफल (success) नहीं हो पाओगे । ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि आपकी
सफलता की शुरुआत ही आपकी सोच (Thinking) पर ही निर्भर होती हैं।
"हमारी सोच ही हमारी सफलता की बुनियाद तय करती है। "
एक
शोध के मुताबिक
एक सामान्य व्यक्ति
के दिमाग में एक
दिन में लगभग 50,000 विचार
आते और जाते
रहते हैं।
मगर ये ताज्जुब
की बात नहीं
हैं, दरअसल ताज्जुब
की बात तो
ये है कि
जो विचार आज
आपको आए उसमें से 90% कल विचार दुबारा भी आएंगे
। इसका मतलब
ये हैं कि
अगर आज आपकी
सोच सकारात्मक हैं तो
कल भी सकारात्मक(positive) ही रहेगी और अगले
कई दिनों तक
आप सकारात्मक ही
होगें। इसी तरह
अगर आज आप
नकारात्मक (Negative ) सोच रहे
हो तो अगले
कई दिनों तक
negative रहने वाले हो।आइए
यह आपको एक
कहानी के माध्यम
से समझाते है ।
इसे भी जरूर पढ़ें- सफलता की कुंजी। Key of success.
सकारात्मक सोच की ताकत. Power of Positive thinking in Hindi
यह
कहानी है एक
जूते बनाने वाले कंपनी
(Company) की है। जिसमे
दो मार्केटिंग एक्सक्यूटिव
को एक ही द्वीप पर अपनी कंपनी
के जूतों को
बेचने के लिए
भेजा कि वहां
पता करके आएंगे
की हमारी कंपनी
के जूतों की
बिक्री कितनी हो सकती
है। जिसके बाद
दोनों एक्सक्यूटिव उस द्वीप पर जाकर मुआयना करके वापस आते है। वे दोनों अपनी
अपनी रिपोर्ट कंपनी मालिक
के पास रखते
है । इनकी
रिपोर्ट पढ़ने के बाद कंपनी मालिक अगले दिन
एक आदेश जारी
करता है, जिसमें
उस द्वीप पर गए दोनों मार्केटिंग
executive के नज़रिए यानी सोच
(Thinking) का परिणाम दिखाई देता
है। अब सवाल
ये हैं कि
आखिरकार उन्होंने अपनी रिपोर्ट में ऐसा
क्या लिखा कि
एक को तो
जॉब से निकाला
गया और दूसरे
को promotion मिला ? तो आइए
आपको बताते हैं
कि जिसको जॉब
से निकाला गया
था उसके बारे में , उसकी सोच के नज़रिये के बारे में l
उस मार्केटिंग executive ने अपनी report में लिखा था कि “श्रीमान, जब
हम इस द्वीप
पर पहुंचे तो
हमें पता चला
कि यहाँ पर
कोई भी इंसान
जूते पहनता ही
नहीं हैं और
ना हीं जूतों
के बारे में
कुछ जानकारी रखता है। इसलिए माफ
कीजिए यहाँ पर
हम जूते नहीं
बेच पाएंगे।”
इस पर बॉस ने उन्हें जवाब किया कि -“तुम्हें जूते बेचने के लिए नियुक्त किया गया है और जिस काम के लिए तुम्हें रखा हैं अगर तुम वही नहीं कर सकते तो तुम कंपनी के किसी काम के नहीं इसीलिए तुम्हें जॉब से निकाला जाता हैं।”
इस पर बॉस ने उन्हें जवाब किया कि -“तुम्हें जूते बेचने के लिए नियुक्त किया गया है और जिस काम के लिए तुम्हें रखा हैं अगर तुम वही नहीं कर सकते तो तुम कंपनी के किसी काम के नहीं इसीलिए तुम्हें जॉब से निकाला जाता हैं।”
जिस मार्केटिंग executive को promotion मिला था,
उसने अपनी report में
लिखा था कि
“श्रीमान, मुझे ये
बताते हुए बहुत
ही खुशी हो
रही है कि
इस द्वीप पर
कोई भी इंसान
जूते नहीं पहनता
हैं, इसलिए मुझे
लगता हैं कि
हमारी कंपनी के
ज़्यादातर जूते यही
पर बिक जायेंगे।”
अब आप
जरा गौर करें
कि दोनों मार्केटिंग executive के
लिए situation एक ही थी, उस द्वीप
पर कोई भी
जूते नहीं पहनता
हैं, पर दो
लोगों कि एक
ही माहौल में
दो अलग-अलग
सोच है। एक
कि सोच नकारात्मक
हैं तो वही दूसरे
कि सोच सकारात्मक
हैं।
आप
यहाँ पर सोच की ताकत
(power of thinking) देखें। अभी दोनों
ही मार्केटिंग executive में से
किसी ने भी
जूते बेचे नहीं थे, सिर्फ़ अपनी
अपनी सोच बताई
हैं। और सिर्फ़
सोच के आधार
पर उनको रिजल्ट
भी मिल गया। अभी तो उन्होंने अपना कार्य किया ही
नहीं था । नकारात्मक सोच की
वजह से एक
को जॉब से
निकाला गया और
सकारात्मक सोच की
वजह से दूसरे
को promotion मिला और
salary भी बढ़ाई गई।
इसीलिए
तो मैंने कहा
कि हमारी सफलता
की शुरुआत (journey) हमारी
सोच (thinking) से ही
शुरू होती हैं
l अगर हमारी सोचसकारात्मक (positive) हैं, तो
life भी सकारात्मक (positive) होगी और
अगर सोच नकारात्मक
(negative) हैं, तो life में भी नकारात्मक (negative) ही होंगे।
इसलिए अपनी सोच
को बदलिए, मंजिल(Goal) अपने आप मिल ही जायेगी।
तो
आइए हम आज
से ही एक
प्रण लेते है
कि अपने लाइफ
कि सफलता की
बुलंदियों पर ले
जाने के लिए
हमेशा अपनी सोच
और नज़रिया को
सकारात्मक (Positive) बनाए रखेंगे
और नकारात्मक (Negative) विचार
को अपने मन
मैं पैदा ही
नहीं होने देंगे।
आशा करता हूँ कि
आपको
ये
मेरा
आर्टिकल
(Article) जरूर पसंद आया होगा।
कमेंट्स
जरूर
करे
जिससे
आपको
मैं
इसी
प्रकार
के
और
अच्छे
मोटीवेशन
(Motivational) वाले आर्टिकल लिखता
रहूँगा।
इसे भी जरूर पढ़ें- खुद को कैसे रखें सदा प्रेरित ? How to be Motivated all times?
इसे भी जरूर पढ़ें- खुद को कैसे रखें सदा प्रेरित ? How to be Motivated all times?
सकारात्मक सोच की ताकत. Power of Positive thinking in Hindi
Power of Positive thinking in Hindi, sakaratmak soch ki takat, Positive thinking techniques, Positive thinking Speech, Positive thinking quotes, Positive thinking exercises, Positive thinking benefits, Positive thinking articles, Importance of positive thinking
0 Comments
Comment here.