सुखी रहने का सपना हर कोई इंसान देखता है लेकिन अक्सर ऐसा हो नहीं पता है। लाख कोशिश करने के बाद आये दिन वो कुछ न कुछ गलती कर देता है जिससे उसके सुखी संसार से खुशियां धीरे-धीरे गायब होने सी लगती है। इसलिए अगर आप भी अपने लिए एक सुखी संसार बनाने का सपना देखते है तो आप को यहाँ कुछ बाते दी जा रही है , जिन्हे आपको अपनाना चाहिए। ये आपके जीवन को सुखी बनाने में एक अहम् भूमिका निभाएंगे।
• एक दूसरे का सम्मान करें
सम्मान किसे नहीं पसंद होता है? जब पति पत्नी के रिश्ते की बात हो तो ये सम्मान एक दूसरे के लिए और ज्यादा होना चाहिए। आपका पार्टनर चाहे रुपये, पढ़ाई लिखाई ,गुण या फिर नौकरी में भले आपसे कम हो, उसके बाद भी आप उनकी अच्छी बातों के लिए उनका सम्मान करिए। आप एक दूसरे के लाइफ पार्टनर है यही काफी है। इसलिए एक आदर्श पति पत्नि के रिश्ते में एक दूसरे के लिए सम्मान होना चाहिए।
• गलतियों को नजरअंदाज करें
गलती चाहें कितनी भी बड़ी क्यों न हो? कठिन परिस्थिति में भी आप अपने पार्टनर को दोष न देकर उसके साथ खड़े होते हैं तो आप एक आदेश पार्टनर हैं। उस समय खुद को रख कर देखें यदि वो गलती आपसे होती तो आप क्या करते ? अपने पार्टनर से क्या अपेक्षा रखते? पार्टनर की गलती को माफ करके उसे सुधारने की पहल करें।
• रिश्ते के विश्वास होना
पति-पत्नी का रिश्ता प्यार आर विश्वास की नींव पर टिका होता है। पति और पत्नी का रिश्ता धागे के समान होता है अगर किसी कारणवश टूट जाए तो उसमे गांठ पड़ जाती है। इसलिए इस रिश्ते को हमशा प्यार और विश्वास के साथ निभाना चाहिए। इस रिश्ते में दोनों को छोटी-छोटी बातें इग्नोर करनी चाहिए ताकि आपसी मन मुटाव न रहे।
• सकारात्मक सोच रखना
गलती चाहें कितनी भी बड़ी क्यों न हो? कठिन परिस्थिति में भी आप अपने पार्टनर को दोष न देकर उसके साथ खड़े होते हैं तो आप एक आदेश पार्टनर हैं। उस समय खुद को रख कर देखें यदि वो गलती आपसे होती तो आप क्या करते ? अपने पार्टनर से क्या अपेक्षा रखते? पार्टनर की गलती को माफ करके उसे सुधारने की पहल करें। हमेशा सकारात्मक बने रहें।
• एक दूसरे को समझना, ख्याल रखना
वहीं मुश्किल के समय में एक-दूसरे का सहारा बनना पड़ता है। पति और पत्नी को जरूर समझना चाहिए कि कोई परफेक्ट नहीं होता है सबमे कुछ न कुछ कमी होती ही है इसलिए समझौता करना सीखें किसी एक दूसरे को कोसे नहीं।
पति पत्नी दोनों को एक दूसरे की केयर करनी चाहिए। अगर पति गुस्सा हो जाए तो पत्नी को मना लेना चाहिए और अगर पत्नी गुस्सा हो जाए तो पति को मना लेना चाहिए। लेकिन अपने रिश्ते में दूरी (rishte main doori) बिल्कुल नहीं लानी चाहिए। अगर आपके पति थक कर ऑफिस या बाहर का काम कर के आ रहे हैं तो आपको उनको खुश रखना चाहिए।
• सदा खुश रहना
परिवार में हर छोटी बड़ी खुशी को सेलीब्रेट करना चाहिए। जिससे मूड अच्छा रहता है। ऐसा करने से दोनों के मन में खुशी बनी रहती है। डिनर के लिए कभी कभी बाहर जाएं या घर पर ही कुछ स्पेशल डिनर की व्यवस्था करें।
• अपने अतिथि का सम्मान करें
पहले के जमाने में कहा जाता था कि "अथिति देवो भवः"। अतिथि के आने पर सेवा सत्कार किया जाता था। दिल से खुलकर स्वागत सत्कार किया जाता था। लेकिन अब अतिथि के आने पर दिल और सिर में दर्द शुरू हो जाता है। मन में लगा रहता है की कब जाएंगे।
जिस घर में आज भी अपने अतिथि का सम्मान किया जाता है वहा सुख और शांति होती है। ऐसे घरों में वास्तव में बरक्कत होती है। वह घर संस्कारित होता है।
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